गुणकारी औषधि से मिलते हैं यह गजब के फायदे जाने गिलोय के15 फायदे नुकसान और उपयोग करने के बारे में Giloy Benefits and Side Effects in Hindi
Giloy Benefits in Hindi : गिलोय की बेल जो एक बहुत ही गुणकारी पौधा माना जाता है | गिलोय औषधिय गुणों से भरपूर होता है, जो डेंगू, मलेरिया, डायबिटीज आदि सभी बीमारियों से छुटकारा दिलाकर शरीर की इम्युनिटी पावर को बढ़ाता है |
प्राचीन काल में लोग बीमारियों को भगाने के लिए जंगल में होने वाली जड़ी बूटियां का इस्तेमाल करते थे | पर आज जब से साइंस ने दुनिया में अपनी जगह बनाई है, तब से इन जड़ी बूटियां के बारे में लोग कम ही जानते हैं | पर कुछ बीमारी आज भी ऐसी हैं जिन्हें भगाने के लिए इन जड़ी बूटियां का इस्तेमाल किया जाता है | इन सभी में है एक गिलोय की बेल जो आजकल बुखार को भगाने के लिए जानी जाती है | गिलोय की बेल जो एक बहुत ही गुणकारी पौधा माना जाता है | गिलोय औषधिय गुणों से भरपूर होता है, जो डेंगू, मलेरिया, डायबिटीज आदि सभी बीमारियों से छुटकारा दिलाकर शरीर की इम्युनिटी पावर को बढ़ाता है | गिलोय सभी औषधि है पौधों से अलग है यह एक पान के पत्ते की तरह एक बेल के आकार में होती है, जो अन्य जड़ी बूटियां से ज्यादा फायदेमंद होती है | आइये यह जानते हैं गिलोय किस प्रकार से स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है | गिलोय के क्या-क्या फायदे और नुकसान है, पर यह सब जानने से पहले यह जानना बहुत आवश्यक है | कि आखिर गिलोय क्या होती है,और इसमें कौन-कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं |
गिलोय क्या है
गिलोय एक बेल है जो अक्सर जंगल, खेतों में, सड़क के किनारे और पहाड़ों की चट्टानों पर पाई जाती है | यह बेल की ऊपरी छाल पतली व भूरे रंग की होती है | और इसकी छाल उतरने पर यह अंदर से चमकीली हरे रंग की होती है, गिलोय के फूल पीले रंग के छोटे-छोटे गुच्छे में ग्रीष्म ऋतु में आते हैं | और इसके फल भी छोटे चने के आकार के होते हैं, गिलोय का स्वाद थोड़ा तीखा होता है | और गिलोय की पत्तियां में प्रोटीन, कैल्शियम और फास्फोरस से भरपूर होती है | इसलिए गिलोय स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है |
गिलोय के नाम
गिलोय एक प्रकार की बेल है जिसे आयुर्वेद में गिलोय को कई नाम से जाना जाता है | जैसे टीनोस्पोरा, कार्डियोफोलिया, गूडची,छिनरुहा, चक्रंगी आदि नाम से जाना जाता है | गिलोय में अमृत के समान गुण पाए जाते हैं जिसके कारण इसे अमृता भी कहा जाता है | गिलोय अनेक बीमारियों में काम आने वाली औषधि है, जो शरीर को निरोग बनाकर हमारे इम्यून सिस्टम को भी स्ट्रांग बना देता है | इसके अलावा यह बेल जिस भी पेड़ पर चढ़ती है, वह उस पेड़ के सारे गुण अपने अंदर समाहित कर लेती है | इसलिए नीम पर चढ़ी बेल को सबसे अच्छा माना जाता है | इसलिए इसे नीम गिलोय भी कहा जाता है |
गिलोय में पाए जाने वाले पोषक तत्व
गिलोय एक औषधि होने के कारण इसमें बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं | जैसे पामेरिन, फ्लेवेनाइड, ग्लाइकोसाइड, टीनोस्पोरिक एसिड, लैक्टिक और पॉलीपेप्टाइड पाए जाते हैं | इसके अलावा इसमें आयरन, फास्फोरस, कॉपर,कैल्शियम, जिंक, मैंगनीज जैसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं |
गिलोय के फायदे स्वास्थ्य के लिए
गिलोय बहुत से पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण यह स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है आईए जानते हैं गिलोय के फायदे के बारे में –
1. बुखार के लिए कारगर
गिलोय पुराने से पुराने बुखार को ठीक करने में बहुत फायदेमंद है, क्योंकि गिलोय में एंटीपायरेटिक गुण पाए जाते हैं | जो बुखार को कम करने में मदद करते हैं,इसके अलावा यह मलेरिया इन्फेक्शन को दूर करता है और खून की प्लेटलेटस की संख्या को बढ़ाकर मलेरिया बुखार से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है | इस प्रकार बुखार के लिए गिलोय बहुत फायदेमंद होता है |
2.रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में फायदेमंद
गिलोय औषधिय गुणों से भरपूर होने के कारण यह शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है | जो शरीर में होने वाली बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं, इसके अलावा यह सर्दी जुकाम और अन्य बीमारियों से बचने में भी मदद करता है | गिलोय में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरस गुण होते हैं जो शरीर में उत्पन्न होने वाले बैक्टीरिया और वायरल इंफेक्शन को दूर करने में मदद करते हैं |
3.डायबिटीज के लिए फायदेमंद
गिलोय बुखार, खांसी के साथ डायबिटीज के लिए भी फायदेमंद होता है | जो डायबिटीज को कंट्रोल करके शरीर को स्वस्थ बनाता है | अगर आप डायबिटीज के रोगी हैं तो आप गिलोय का जूस जरूर पिए | क्योंकि गिलोय में हाइपोग्लाइसीमिया घटाने वाले गुण पाए जाते हैं, जो डायबिटीज को नियंत्रित करने का काम करता है | गिलोय का नियमित रूप से सेवन डायबिटीज के मरीज के लिए फायदेमंद हो सकता है |
4.पाचन शक्ति को बढ़ाने में फायदेमंद
गिलोय पाचन शक्ति को बढ़ाने में फायदेमंद है | यह पाचन से संबंधित समस्या जैसे डायरिया, कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्या को दूर करके पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है | इसलिए पाचन शक्ति को बढ़ाएं रखने के लिए एक गिलोय का जूस बहुत फायदेमंद होता है |
5.आंखों के लिए फायदेमंद
गिलोय आंखों के लिए बहुत फायदेमंद होता है | यह आंखों से संबंधित सभी समस्याओं को दूर कर आंखों की रोशनी को बढ़ाने में काफी मदद करता है | रिसर्च के अनुसार- गिलोय में इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण पाया जाता है, जो आंखों के लिए काफी फायदेमंद होता है | आंखों की लिए 11.5 ग्राम गिलोय का जूस लेकर उसमें 1चम्मच शहद और 1चम्मच सेंधा नमक मिलाकर पीस ले | अब इस मिशन को आंखों के ऊपर लगा लगा ले | इससे आपकी आंखों से संबंधित सभी समस्याएं दूर हो जाएंगे |
6. अस्थमा के लिए फायदेमंद
गिलोय का जो अस्थमा के रोगी के लिए भी लाभदायक होता है क्योंकि इसमें पाए जाने वाले एंटीबैक्टीरियल गुण जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ स्वास्थ्य संबंधी अस्थमा, कफ़ आना और गले में घबराहट जैसी समस्या को दूर करने में मदद करता है | इस प्रकारअस्थमा के रोगी को गिलोय की जड़ चबाने की सलाह दी जाती है |
7.एनीमिया रोग के लिए लाभदायक
गिलोय एनीमिया जैसे रोग को दूर करने में सहायक होता है | एनीमिया रोग जब फैलता है जब शरीर में लाल रक्त कणिकाओं का कम हो जाने पर एनीमिया की समस्या उत्पन्न होती है | एनीमिया के लक्षण यह है जैसे सुस्ती ,शरीर में आलस, सांस उखड़ना आदि शामिल है, इन सभी लक्षणों से छुटकारा पाने के लिए रोजाना गिलोय के जूस का नियमित रूप से सेवन करें | इस प्रकार गिलोय एनीमिया रोग के लिए लाभदायक है |
8. बढ़ती उम्र के असर को कम करने में फायदेमंद
गिलोय एक ऐसी जड़ी बूटी है, जो विभिन्न औषधीय गुणों से भरपूर है | बाकी सब की तरह यह बढ़ती उम्र के असर को कम करने में मदद करती है | क्योंकि गिलोय में एंटी एजिंग गुण पाए जाते हैं, जो त्वचा से डार्क सर्कल, झुर्रियां, पिंपल्स या मुहासे और महीन लाइनों को हटाने में मदद करते हैं | और बढ़ती उम्र के असर को काम करके त्वचा को कमल और मुलायम बनाते हैं |
9.तनाव को दूर करने में
अक्सर लोग किसी ने किसी वजह से हमेशा तनाव और चिंता में रहते हैं, जिसका असर हमारे शरीर और मस्तिष्क पर पड़ता है | पर गिलोय एक ऐसी औषधि है, जो एडाप्टोजेनिक गुण जो शरीर के तनाव और हार्मोन के लेवल को नियंत्रित करके तनाव और थकान को कम करने में आपकी काफी मदद करते हैं।यह शरीर में पाए जाने वाले टॉक्सिन को बाहर निकाल कर शरीर और दिमाग को शांत करने में मदद करती है और दिमाग को तरोताजा करता है |
10.वजन घटाने में फायदेमंद
गिलोय स्किन प्रॉब्लम के साथ-साथ वेट लॉस के लिए भी फायदेमंद है | क्योंकि गिलोय आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है ,जिससे आप को कम करने में सहायता मिल सकती है | इस पौधे में एडिपोनेक्टिन और लेफ़्टिन नामक तत्व पाया जाता है जो वेट लॉस के लिए फायदेमंद हो सकता है |इसके अलावा यह रक्त के कोलेस्ट्रॉल को कम करने में भी मदद करता है जिससे वजन कम करने में सहायता मिलेगी | वजन कम करने और मोटापा को कम करने के लिए रोजाना 1 चम्मच गिलोय का रस और 1 चम्मच शहद मिलाकर सुबह शाम लेने से वजन और मोटापा दूर हो जाता है |
11.जोड़ों के दर्द और गठिया बाय के लिए फायदेमंद
गिलोय बुखार के साथ-साथ जोड़ों के दर्द के लिए भी लाभकारी होता है | माना जाता है की गिलोय में एंटी इन्फ्लेमेटरी यानी सूजन को कम करने में मदद करता है,क्योंकि इसमें एंटी आर्थराइटिस और एंटी आस्टियोपोरोटिक पाए जाते हैं | जो गठिया बाय जोड़ों के दर्द,आर्थराइटिस और सूजन से राहत पहुंचाने का काम करते हैं | गठिया बाई और जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए गिलोय के तने के पाउडर को दूध के साथ उबालकर पीने से आपके जोड़ों का दर्द दूर हो जाएगा | और अर्थराइटिस के लिए गिलोय और अदरक को मिलाकर सेवन किया जा सकता है |
12.पीलिया रोग के लिए फायदेमंद
पीलिया एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति की आंखें और शरीर पीला दिखाई देने लगता है यह सब शरीर में खून की कमी होने के कारण होता है | पर गिलोय एक ऐसी औषधि है, जो पीलिया जैसी बीमारी से छुटकारा दिलाता है | इसके अलावा गिलोय का सेवन करने से पीलिया में होने वाले बुखार और दर्द से राहत भी पहुंचना है | पीलिया के रोगी को 2-3 चम्मच गिलोय का जूस और शहद या पानी के साथ दिन में दो बार जरूर पिए |
13.लीवर के लिए फायदेमंद
नियमित रूप से गिलोय का सेवन आपके लीवर के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि यह खून को साफ करके एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम के स्तर को बढ़ाती है | इस प्रकार यह लीवर के कार्य को कम करती है और लीवर को स्वस्थ बनती है | इसके अलावा यह लीवर से संबंधित समस्याओं को दूर करने में काफी मदद करती है |
14.सर्दी खांसी जुकाम के लिए फायदेमंद
अक्सर बुखार के साथ-साथ लोगों को खांसी का आना एक आम सी बात हो गई है | जो बुखार ठीक होने के बाद भी रही जाती है,आपकी समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप गिलोय का सेवन कर सकते हैं | गिलोय सर्दी, खांसी और जुकाम को दूर करने में फायदेमंद है | क्योंकि गिलोय में एंटी एलर्जिक गुण पाए जाते हैं, जो सर्दी जुकाम और खांसी को कम करने में मदद करते हैं | सर्दी, खांसी, जुकाम को दूर करने के लिए गिलोय और शहद का काढ़ा बनाकर पीने से खांसी में काफी राहत मिलती है |
15.यौन संबंध के लिए फायदेमंद
गिलोय यौन संबंध के लिए भी फायदेमंद होता है | क्योंकि में गिलोय इम्यूनोमॉड्यूलेटरी यानी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाले गुण पाए जाते हैं, जो आपकी सेक्स लाइफ को बेहतर बनाते हैं |इसके अलावा यह यौन संबंध से जुड़ी समस्याओं के लिए भी फायदेमंद हो सकता है |
गिलोय का उपयोग कैसे करें
1. गिलोय को कई तरीके से उपयोग कर जा सकता है | आईए जानते हैं कि गिलोय का उपयोग कैसे कर जा सकता है—
गिलोय का इस्तेमाल आप गिलोय चूर्ण को बनाकर भी कर सकते हैं | इसके लिए आप गिलोय के पत्तों को सुखाकर पीसकर उसका पाउडर बना ले,और इसका सेवन दिन में 2 बार करें |
गिलोय का इस्तेमाल जूस के तौर परभी किया जा सकता है इसके लिए गिलोय के तने और पत्तीयो को मिक्सी में या हाथों से पीस ले | उसके बाद उसे पीसकर उसका रस निकाल ले और 2-3 चम्मच दिन में 2 बार जरूर ले |
गिलोय का इस्तेमाल आप काढ़े के रूप में भी कर सकते हैं | काढ़ा बनाने के लिए तो 2 कप पानी , 4-5 काली मिर्च, 1चम्मच चाय पत्ती, दो-तीन इंच लंबा गिलोय की बेल , 3-4 लौंग, 2 पपीते के पत्ते और चार पांच बतासे को ले ले | अब इन सभी सामग्री को पानी में डालकर गैस पर जब तक पकाएं, जब तक उसका पानी आधा नहीं रह जाए | इसे बनने में काम से कम 15 मिनट का समय लगता है | काढ़े बनने के बाद इस छलनी की मदद से छानकर किसी अलग बर्तन में कर ले | काढ़ा बनाकर तैयार है, अब इस गिलोय को दिन में 2 बार 20ml तक पिए |
गिलोय के नुकसान
जैसा कि आप जानते हैं कि अगर किसी चीज के फायदे हैं तो कहीं ना कहीं उसके कुछ नुकसान भी हैं | ऐसे ही गिलोय के फायदे स्वास्थ्य के लिए बहुत है पर गिलोय का अधिक मात्रा में सेवन किया जाए तो वह नुकसानदायक भी हो सकता है आईए जानते हैं की गिलोय के नुकसान क्या-क्या है |
1.गिलोय का अधिक मात्रा में सेवन करने से ब्लड शुगर लेवलको अत्यधिक कम कर सकता है इसलिए गिलोय का इस्तेमाल सीमित मात्रा में हीकरेंऔर डायबिटीज के रोगी को गिलोय का इस्तेमाल बहुत सोच समझ करउचित माता में ही करनाचाहिए |
2.वैसे तो गिलोयपाचन शक्ति को बढ़ाने का काम करता है पर अधिक मात्रा में गिलोय का सेवन आपके पेट को खराब कर सकता है और आपको पेट से संबंधित ( जलन गैस दस्त जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है |
क्योंकि गिलोय की तासीर गर्म होती है जोआपके पेट कोखराब कर सकती है |
3. गर्भवती महिलाओंऔर स्तनपान करने वाली महिला गिलोय का इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करेंवह भी डॉक्टर की सलाह परक्योंकि यह शरीर पर नकारात्मक असर डालता हैयह ब्लड शुगर को प्रभावित करता है जिससे सर्जरी में होने वाले गांव को भरने मेंसमस्या उत्पन्न होती है इसलिए गिलोय का इस्तेमाल कम करें |
4. गिलोय का अधिक मात्रा में सेवन करने से कब्ज बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है | जिससे आपको पेट दर्द और मल त्याग करने में काफी परेशानी होती है | इसलिए गिलोय का इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करें |
निष्कर्ष
इस लेख में हमने आपको गिलोय के फायदे नुकसान और उपयोग करने के तरीके के बारे में बताया है |अब तो आप समझ ही गए होंगे, कि गिलोय एक ऐसी औषधि होती है जो शरीर से संबंधित समस्या को दूर करने में लाभदायक है | पर गिलोय का इस्तेमाल सीमित मात्रा में ही करें क्योंकि ज्यादा सेवन करने से आपको अनेक समस्या का सामना करना पड़ सकता है | अगर आपको गिलोय का इस्तेमाल करने से कोई भी समस्या उत्पन्न होती है तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें |
People also ask
Q-1 गिलोय कौन-कौन सी बीमारी को ठीक करता है |
Ans- गिलोय एक औषधि है जो औषधि गुणों भरपूर होने के कारण शरीर से संबंधित बीमारी जैसे बुखार,टाइफाइड, डायबिटीज, सर्दी ,खांसी, जुकाम ,गठिया बाई के लिए और लीवर , पीलिया रोग आदि बीमारी को दूर करने में काफी फायदेमंद है |
Q-2 गिलोय पीने से क्या लाभ होता है ?
Ans- गिलोय पाचन शक्ति को बढ़ाने में फायदेमंद है | यह पाचन से संबंधित समस्या जैसे डायरिया ,कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्या को दूर करके पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है | इसलिए पाचन शक्ति को बढ़ाएं रखने के लिए एक किलो का जूस बहुत फायदेमंद होता है
Q-3 क्या हम रोजाना गिलोय का जूस पी सकते हैं ?
Ans- जी हां आप रोजाना 20ml तक गिलोय का जूस दिन में 2 बार पी सकते हैं |
Q-4 क्या गिलोय हानिकारक है |
Ans- जी नहीं |अगर आप गिलोय का इस्तेमाल सीमित मात्रा से ज्यादा करते हो ,तो गिलोय आपके लिए हानिकारक हो सकती है | गिलोय का अधिक मात्रा में सेवन करने से कब्ज बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे आपको पेट दर्द और मल त्याग करने में काफी परेशानी होती है | इसलिए गिलोय का इस्तेमाल सीमित मात्रा में करें |
Q-5 गिलोय की तासीर क्या होती है ?
Ans- गिलोय की तासीर गर्म होती है | इसलिए गर्भवती महिला और स्तनपान करने वाली महिला को गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए |