कीगल एक्सरसाइज क्या है और इसे कैसे करें | कीगल एक्सरसाइज के फायदे और नुकसान और जाने एक्सरसाइज करने का तरीका
kegel exercise in hindi : वैसे तो एक्सरसाइज करने से शरीर स्वस्थ और मजबूत बना रहता है पर कई बार कोई एक्सरसाइज इतनी फायदेमंद होती है| कि बिल्कुल भी यकीन नहीं होता अब बात आती है कि कीगल एक्सरसाइज | यह एक्सरसाइज एक ऐसी एक्सरसाइज है, जो पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत बनाती है | कीगल एक्सरसाइज किसी को अपने पेल्विक फ्लोर मस्सल्स को मजबूत करने के लिए की जाती है। पेल्विक फ्लोर मस्सल्स आपके पेल्विक गिर्दल म्यूसल्स होते हैं, जिनमें आपके निचले पेट, पूर्णांग और बट्टॉक्स क्षेत्र में समाहित होते हैं।
ये मस्सल्स आपके पेशाब को रोकने और छोड़ने, सेक्सुअल आनंद में मदद करने, और प्रसव के समय सहायक होते हैं। यह व्यायाम मुख्य रूप से महिलाओं के लिए लाभकारी होता है, क्योंकि गर्भावस्था के दौरान पेल्विक फ्लोर की मजबूती गर्भस्थिति और प्रसव में महत्वपूर्ण होती है।
kegel exercise Benefits in hindi : आजकल लोग शरीर को फिट रखने के लिए
जिम, एक्सरसाइज का सहारा लेते हैं | पर ऐसा नहीं है कि सिर्फ शरीर को फिटनेस में लाने के लिए ही लोग एक्सरसाइज का सहारा लेते हैं, बल्कि एक्सरसाइज करने से शरीर स्वस्थ रहता है और शरीर में होने वाली बीमारियों को खत्म करने में भी काफी मदद करती हैं | बढ़ती उम्र के साथ ज्यादातर लोगों को यूरिन लीकेज की प्रॉब्लम हो जाती है, जो महिलाओं की प्रेगनेंसी के बाद देखने को मिलती है | तो आपकी यही समस्या को दूर करने के लिए आपकी कीगल एक्सरसाइज कर सकते हैं इसे करने से बहुत से फायदे होते हैं | आपको आज इस लेख में हम आपको कीगल एक्सरसाइज क्या है और इसे कैसे करा जाता है और इसे करने से क्या-क्या फायदे होते हैं | यह बताने वाले हैं आइए जानते हैं कीगल एक्सरसाइज के बारे में .
कीगल एक्सरसाइज क्या है ?
कीगल एक्सरसाइज एक ऐसा व्यायाम है जिसे करने से आपकी पेल्विक मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करती है। इस एक्सरसाइज को करने से यूट्रस, ब्लैडर, छोटी आंत और रेक्टम को मजबूती मिलती है | कीगल एक्सरसाइज को पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज भी कहा जाता है। शरीर में एक अंग होता है जो मूत्राशय, छोटी आंत आदि को सहारा देता है। मांसपेशियों और टिशू से बना यह अंग पेल्विक के नीचे होता है और इसे पेल्विक फ्लोर कहा जाता है।
कीगल एक्सरसाइज को कैसे करें?
कीगल एक्सरसाइज एक प्रकार का व्यायाम है | जिसका उद्देश्य पेल्विक मसल्स फ्लोर को मजबूत करना होता है।
यह मसल्सआपके पेशाब को नियंत्रित करने, सेक्सुअल सुख में मदद करने, और गर्भावस्था और प्रसव के समय महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कीगल एक्सरसाइज क्या है यह जानने के बाद आपको कीगल एक्सरसाइज करने का सही तरीका मालूम होना चाहिए | आइए जानते हैं कीगल एक्सरसाइज को कैसे करा जाता है और इसे करने का तरीका क्या है |
कीगल एक्सरसाइज करने का तरीका
इस एक्सरसाइज को करने के लिए सबसे पहले आप किसी शांत जगह पर एक मैट को बिछा ले |
उसके बाद मैट पर आरामपूर्वक बैठें या लेटें। कीगल एक्सरसाइज के पहले स्टेप में पेल्विक मसल्स की पहचान करनी होती है,मसल्स को पूरी तरह से शांतिपूर्वक महसूस करने के लिए समय लें।
उसके बाद अपने दोनों घुटनों को मोड़ें और मैट पर बैठ जाएं। अब कमर के निचले हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं।
अब धीरे-धीरे पेल्विक फ्लोर मसल्स को कसें, जैसे कि आप किसी चीज को अपनी भरपूर छोड़ने की कोशिश कर रहे हो। इस कसाव को 5-10 सेकंड तक बनाए रखें।
अब धीरे-धीरे पेल्विक फ्लेार की मसल्स को स्ट्रेच करें और फिर कुछ सेकंड बाद ढीला छोड़ दें।
इसे 5-10 बार दोहराएं। आवश्यकता अनुसार धीरे-धीरे संख्या बढ़ा सकते हैं।
इस एक्सरसाइज को दिन में कम से कम 2-3 से बार यह एक्सरसाइज कर सकते हैं।
कीगल एक्सरसाइज करने के फायदे महिलाओं के लिए
कीगल एक्सरसाइज को करने से बहुत से फायदे मिलते हैं |इसे करने से शरीर में बहुत सी बीमारियां खत्म हो जाती है कीगल वर्कआउट करने से प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले यूरिन या पेल्विक फ्लोर मसल्स से जुड़ी परेशानी कम हो सकती हैं। जैसे कीगल एक्सरसाइज के फायदे जिन्हें करने के बाद आप दोबारा मां बन सकती हैं |
कीगल एक्सरसाइज के फायदे
यह एक्सरसाइजकरने से मांसपेशियां और कीगल एक्सरसाइज का प्रमुख लक्ष्य पेल्विक फ्लोर क्षेत्र की मजबूती बढ़ाना है। यह क्षेत्र आपके निचले पेट के हिस्से में स्थित होता है और महिलाओं में गर्भाशय, गर्भाशय मुंह और योनि को समर्थन प्रदान करने में मदद करता है।
कीगल एक्सरसाइज करने से आप कर प्रेगनेंसी और प्रसव के समय होने वाली समस्याओं को जल्दी से खत्म करता है |
कीगल एक्सरसाइज करने से कमर दर्द और पेट की चर्बी कम हो जाती है इसलिए इस एक्सरसाइज को पुरुष या महिला दोनों भी कर सकते हैं |
यह एक्सरसाइज करनेसे मां बनने की कामना जल्दी पूरी हो जाती है और प्रेग्नेंसी के समय नॉर्मल डिलीवरी होने में मदद करती है |
शरीर में एक अंग होता है जो मूत्राशय, छोटी आंत आदि को सहारा देता है
मांसपेशियों और टिशू से बना यह अंग पेल्विक के नीचे होता है और इसे पेल्विक
एक्सरसाइज को करने से यूरीन को लीक होने से रोकने में भी मदद कर सकती है |
कीगल एक्सरसाइज आपको अपने शरीर के साथ अधिक संयम और नियंत्रण प्रदान करने में मदद कर सकती है | यह व्यायाम आपको अपने योनि और प्रोस्टेट क्षेत्र को महसूस करने में सहायक होता है, जिससे आप उन्हें अच्छी तरीके से नियंत्रित कर सकते हैं | यह नियमित रूप से कीगल एक्सरसाइज करने से आपकी सेक्सुअल परफॉर्मेंस में भी सुधार हो सकता है जिससे आपका संबंध और मजबूत बन सकता है |
कीगल एक्सरसाइज करने के फायदे पुरुषों के लिए
कीगल एक्सरसाइज करने से पुरुषों के हिप्स की मांसपेशियां मजबूत होती हैं जिससे पुरुष जल्दी डिस्चार्ज होने की समस्या से बस ज्यादा और देर तक संभोग का आनंद ले सकता है
कीगल एक्सरसाइज करने से पेट की चर्बी को कम और अपने कमर दर्द को कम किया जा सकता है |आप इस एक्सरसाइज को दिन में दो-तीन बार जरूर करें इससे आपके पेट की मांसपेशियां मजबूत होंगी
जो पुरुष पेशाब को नियंत्रित नहीं कर पाते हैं, उन्हें कीगल एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए।
कीगल एक्सरसाइज मूत्रमार्ग, मूत्राशय और आंत्र सहित आपके पेल्विक अंगों को मजबूती देती है. लिंग में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा करने का काम करती है |
कीगल एक्सरसाइज करने के नुकसान
कीगल एक्सरसाइज एक प्रमुख स्वास्थ्य आदत है जो पेल्विक फ्लोर क्षेत्र की मजबूती बढ़ाने में मदद कर सकती है, लेकिन इसके अतिरिक्त यह भी महत्वपूर्ण है कि हम इसे सही तरीके से करें ताकि हमारे शारीर को कोई नुकसान ना हो। कीगल एक्सरसाइज करने के जितने फायदे हैं उतने ही कुछ नुकसान भी हैं जिन्हें हम अनदेखा का नहीं कर सकते हैं इसलिए कीगल एक्सरसाइज के फायदे के बारे में जानने के बाद हम कीगल एक्सरसाइज करने से क्या क्या नुकसान हो सकते हैं इनके बारे में जानेंगे
कीगल एक्सरसाइज करने से पहले हमेशा अपने यूरिनरी ब्लैडर को खाली कर लें।
कीगल एक्सरसाइज को गलत तरीके से करने से आपके पेल्विक फ्लोर क्षेत्र में तनाव और दर्द की समस्या हो सकती है। यदि आप इस व्यायाम को सही ढंग से नहीं करते हैं, तो आपके पेल्विक फ्लोर के मांसपेशियों में कठिनाइयाँ आ सकती है जो आपको बुरा महसूस करा सकती है।
अगर आपकी योनि एरिया में दर्द, जलन या इंफेक्शन है, तो एक्सपर्ट की राय पर ही एक्सरसाइज करनी चाहिए।
बिना सलाह के न करें - यदि आपको पहले से किसी प्रकार की पेल्विक फ्लोर समस्या है, तो कीगल एक्सरसाइज करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना सुनिश्चित करेगा। अगर आप बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह के कीगल एक्सरसाइज करते हैं, तो यह आपकी समस्या को बढ़ा सकता है और नुकसान पहुँचा सकता है।
अगर आप ज्यादा मात्रा में कीगल एक्सरसाइज करते हैं तो ऐसे में आपको प्रॉब्लम हो सकती है। अगर आप बहुत ज्यादा बार और अधिक समय तक इस व्यायाम को करते हैं, तो यह आपके पेल्विक फ्लोर क्षेत्र को अत्यधिक तनाव में डाल सकता है, जिससे आपको पीड़ा और दर्द की समस्या हो सकती है।
सुझाव
कीगल एक्सरसाइज एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य व्यायाम है जिसका सही तरीके से अभ्यास करने से आपके पेल्विक फ्लोर मांसपेशियों को मजबूती प्राप्त हो सकती है और आपके स्वास्थ्य को बेहतर बना सकती है। हालांकि, इसे करने से पहले आपको एक विशेषज्ञ से सलाह लेना सुनिश्चित करें और सही तरीके से करने का सिखने का प्रयास करें।
People also ask :
Q-1 कीगल एक्सरसाइज कितने मिनट तक करना चाहिए?
Ans- कीगल एक्सरसाइज को आप 5-10 मिनट तक कर सकते हैं, उसके बाद दोबारा करने की कोशिश करें | इस एक्सरसाइज को आप दिन में दो-तीन बार कर सकते हैं ध्यान रखें कि जब आप इस एक्सरसाइज को करेंगे, तो कमर, पेट और थाई के मसल्स को ढीला रखें। इस एक्सरसाइज को धीरे धीरे करें उसके बाद अपनी क्षमता के अनुसार कम या ज्यादा बढ़ा सकते हैं |
Q-2 कीगल एक्सरसाइज करने से क्या फायदा होता है ?
Ans- कीगल एक्सरसाइज किसी को अपने पेल्विक फ्लोर मस्सल्स को मजबूत करने के लिए की जाती है। पेल्विक फ्लोर मस्सल्स आपके पेल्विक गिर्दल म्यूसल्स होते हैं, जिनमें आपके निचले पेट, पूर्णांग और बट्टॉक्स क्षेत्र में समाहित होते हैं। ये मस्सल्स आपके पेशाब को रोकने और छोड़ने, सेक्सुअल आनंद में मदद करने, और प्रसव के समय सहायक होते हैं|
Q-3 1 दिन में कितने की कीगल एक्सरसाइज करने चाहिए?
Ans- कीगल एक्सरसाइज को आप 1 दिन में दो-तीन बार जरूर करें इससे आपके पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां मजबूत होगी |
Q-4 कीगल एक्सरसाइज कैसे करें?
Ans- कीगल एक्सरसाइज के पहले स्टेप में पेल्विक मसल्स की पहचान करनी होती है,मसल्स को पूरी तरह से शांतिपूर्वक महसूस करने के लिए समय लें |उसके बाद अपने दोनों घुटनों को मोड़ें और मैट पर बैठ जाएं। अब कमर के निचले हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं।अब धीरे-धीरे पेल्विक फ्लोर मसल्स को कसें, इस कसाव को 5-10 सेकंड तक बनाए रखें। अब धीरे-धीरे पेल्विक फ्लेार की मसल्स को स्ट्रेच करें और फिर कुछ सेकंड बाद ढीला छोड़ दें। इसे 5-10 बार दोहराएं। आवश्यकता अनुसार धीरे-धीरे संख्या बढ़ा सकते हैं।